भारत में लॉन्च हुई वजन घटाने की दवा माउंजारो: जानिए इसकी कीमत, फायदे और उपयोग”
एली लिली ने भारत में लॉन्च की वजन घटाने की दवा माउंजारो: पूरी जानकारी
परिचय
अमेरिकी दवा कंपनी एली लिली एंड कंपनी ने हाल ही में भारत में अपनी प्रसिद्ध वजन घटाने और टाइप 2 डायबिटीज़ के उपचार के लिए उपयोगी दवा ‘माउंजारो’ (Mounjaro) लॉन्च की है। भारत में मोटापा और डायबिटीज़ की बढ़ती समस्या को देखते हुए, यह लॉन्चिंग महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
माउंजारो (Mounjaro) क्या है?
माउंजारो, जिसका रासायनिक नाम टिरज़ेपेटाइड (Tirzepatide) है, एक नई श्रेणी की दवा है जो टाइप 2 डायबिटीज़ और मोटापे के उपचार में उपयोगी है। यह दवा जीआईपी (ग्लूकोज-निर्भरित इंसुलिनोट्रोपिक पॉलीपेप्टाइड) और जीएलपी-1 (ग्लूकागन जैसे पेप्टाइड-1) रिसेप्टर्स को सक्रिय करती है, जो भूख को नियंत्रित करने, भोजन के सेवन को कम करने और शरीर के वजन को घटाने में सहायता करती है।
भारत में मोटापा और डायबिटीज़ की स्थिति
भारत में वर्तमान में लगभग 101 मिलियन लोग डायबिटीज़ से पीड़ित हैं, और मोटापा एक प्रमुख जोखिम कारक है। मोटापा न केवल डायबिटीज़ बल्कि हृदय रोग, उच्च रक्तचाप और स्लीप एपनिया जैसी लगभग 200 स्वास्थ्य समस्याओं से जुड़ा हुआ है। ऐसे में माउंजारो जैसी दवाओं की आवश्यकता और प्रभावशीलता और भी महत्वपूर्ण हो जाती है।

माउंजारो की प्रभावशीलता
क्लीनिकल परीक्षणों में माउंजारो ने प्रभावशाली परिणाम दिखाए हैं। एक अध्ययन में, जहां प्रतिभागियों को डाइट और एक्सरसाइज के साथ माउंजारो की उच्चतम खुराक दी गई, उन्होंने 72 सप्ताह में औसतन 21.8 किलोग्राम वजन कम किया। न्यूनतम खुराक लेने वालों ने 15.4 किलोग्राम वजन घटाया। यह दर्शाता है कि माउंजारो वजन घटाने में अत्यंत प्रभावी हो सकती है।
भारत में माउंजारो की उपलब्धता और मूल्य
भारत में माउंजारो सिंगल-डोज़ वायल के रूप में उपलब्ध होगी, जिसे त्वचा के नीचे साप्ताहिक रूप से इंजेक्ट किया जाएगा। 2.5 मिलीग्राम वायल की कीमत ₹3,500 (एमआरपी) और 5 मिलीग्राम वायल की कीमत ₹4,375 (एमआरपी) रखी गई है। यह मूल्य निर्धारण भारत-विशिष्ट है, जिससे अधिक से अधिक लोगों तक इस दवा की पहुंच सुनिश्चित हो सके।

माउंजारो का उपयोग और खुराक
माउंजारो का उपयोग टाइप 2 डायबिटीज़ और मोटापे से ग्रस्त वयस्कों के लिए किया जाता है। यह दवा साप्ताहिक इंजेक्शन के रूप में दी जाती है, जिसकी खुराक चिकित्सक द्वारा मरीज की आवश्यकता और सहनशीलता के आधार पर निर्धारित की जाती है। आम तौर पर, उपचार की शुरुआत 2.5 मिलीग्राम से की जाती है, जिसे धीरे-धीरे बढ़ाया जा सकता है।
संभावित प्रतिकूल प्रभाव
माउंजारो के उपयोग से कुछ संभावित प्रतिकूल प्रभाव हो सकते हैं, जैसे मतली, उल्टी, दस्त, भूख में कमी और पेट में दर्द। यदि कोई गंभीर या लगातार लक्षण प्रकट होते हैं, तो तुरंत चिकित्सकीय सलाह लेना आवश्यक है।
अन्य कंपनियों की प्रतिस्पर्धा
एली लिली के माउंजारो के लॉन्च के बाद, अन्य फार्मास्युटिकल कंपनियां भी भारतीय बाजार में अपनी वजन घटाने की दवाएं लॉन्च करने की योजना बना रही हैं। उदाहरण के लिए, नोवो नॉर्डिस्क अपनी वजन घटाने की दवा वेगोवी (Wegovy) को 2026 तक भारत में लॉन्च करने की योजना बना रही है, क्योंकि इसका सक्रिय संघटक, सेमाग्लूटाइड, भारत में पेटेंट से बाहर हो जाएगा। इसके अलावा, सन फार्मास्युटिकल, बायोकॉन, ज़ाइडस लाइफसाइंसेज, सिप्ला, डॉ. रेड्डीज़, लुपिन और अन्य कंपनियां भी वजन घटाने की दवाओं के विकास और लॉन्च की दिशा में कार्यरत हैं।

निष्कर्ष
भारत में मोटापा और डायबिटीज़ की बढ़ती समस्या के बीच, एली लिली की माउंजारो दवा एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। इसकी प्रभावशीलता और सुरक्षा प्रोफ़ाइल इसे मरीजों और चिकित्सकों के लिए एक मूल्यवान विकल्प बनाती है। आने वाले समय में, अन्य कंपनियों की प्रतिस्पर्धा से वजन घटाने के उपचार के क्षेत्र में और भी नवाचार देखने को मिल सकते हैं, जिससे मरीजों को अधिक विकल्प और बेहतर उपचार मिल सकेंगे।